साइटिका की नस कूल्हे के नीचे से शुरू होकर पैर के पिछले भाग से गुजरती हुई पांव की हड्डी पर जा कर खत्म होती है। इस ही साइटिका कहते है
एक्यूप्रेशर पॉइंट से साइटिका इलाज
साइटिका दर्द के कारण
नसों में कमजोरी आने के कारण व उन पर दबाव पड़ने के कारण सायटिका का दर्द होने लगता है। रीड की हड्डी में L 5 व S1 और S2 नाड़ी मूलों के मिलने से साइटिका नाड़ी का निर्माण होता है।
साइटिका के लिए फ़ोटो में दिखाए गए ब्लैक रंग के पॉइंट पर स्टार मैगनेट का प्रयोग करके।
सामान्य दाब विधि से
समान दाब विधि ब्योल मैगनेट से
साइटिका में घटी हुई ऊर्जा को ब्योल मैगनेट से बढ़ा कर साइटिका के दर्द को दूर किया जा सकता है। कै ब्योल और चकरा मैगनेट फ़ोटो में दिखाये अनुसार लगाए।
साइटिका में घटी हुई ऊर्जा को बढ़ाने के लिए नीचे दिखाए गए फोटो में लाल रंग लगा कर।
रंग चिकित्सा विधि से
पावँ पर फोटो में दिखाए गए जगह पर चना व मेथी की पट्टी को लगा कर। जो लम्बी लाइन है वहाँ चना पट्टी लगानी है।