Acupressure Points for Acidity : आमाशय (stomach) में आवश्कता के अनुसार हमेशा ही कम या अधिक मात्रा (Gastric) जठर रस में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल, पेप्सिन नामक पाचक एंजाइम और म्यूकस का स्त्राव लगातार एवं एवं साम्यावस्था में होता रहता है। पेप्सिन और HCL आमाशय में आहार के पाचन का कार्य संपन्न करते हैं। वही म्यूकस नामक क्षारीय पदार्थ आमाशय की दीवारों को Gas, एसिडिटी से बचाते हैं। जब आमाशय में HCL की मात्रा बढ़ जाती है। उसे ही एसिडिटी कहते हैं।
Acupressure Points for Acidity, Gas के लक्षण
- आखों में जलन, सिर में दर्द बना रहना।
- छाती, गले व पेट में जलन सी अनुभव होना।
- भूख अधिक लगना, खट्टा पानी मुंह में आना।
- Stomach का भोजन मुंह में आना, खट्टी डकार आना।
Gas, Acidity के कारण
- मिर्च मसालों का अधिक सेवन करना।
- चाय कॉफी का अधिक सेवन।
- शराब का अधिक सेवन व देर रात तक जागना।
- आवश्यकता से अधिक भोजन करना।
- बिना भूख के भोजन करना, मानसिक तनाव।
- Liver (यकृत) का सामान्य(normal) रूप से कार्य न करना।
- वैसे इसका मुख्य कारण अपच व अजीर्ण रोग को माना जाता हैं।
एसिडिटी का एक्यूप्रेशर से इलाज व उपचार कैसे करें
Read more :-वजन कम करने के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट
एक्युप्रेशर पद्धति पुराने समय की चिकित्सा चिकित्सा पद्धति है इसमें एक्यूप्रेशर द्वारा हम कुछ खास पॉइंट का प्रयोग करके stomach की ऊर्जा को कम करके acidity को कंट्रोल करेंगे तो आइए जानते है कौन कौन सी विधि से हम ऊर्जा को कम कर सकते है।
सामान्य विधि से ट्रीटमेंट
फ़ोटो में दिखाए गए stomach के उन पॉइंट पर स्टार मैगनेट का प्रयोग से।
Star magnet for acidity |
समान दाब विधि
ऊर्जा घटाने के लिए पीला ब्योल मैगनेट का प्रयोग करके।
ब्योल मैग्नेट विधि |
रंग चिकित्सा विधि
आमाशय(stomach) में अग्नि को घटाने के लिए पच्चतत्व सिद्धान्त के अनुसार नीला रंग का प्रयोग करके।
रंग चिकित्सा
सीड(seed) चिकित्सा
मेथी पट्टी को आमाशय वाले मानक सादृश्य पे प्रयोग करके।
For acidity seed therapy |